WhatsApp पर मेटा AI से बातचीत करने का नया तरीका

Posted on: 2024-09-03


WhatsApp तेजी से अपने प्लेटफॉर्म को नए फीचर्स के साथ अपडेट कर रहा है। जल्द यूजर्स को वॉट्सऐप पर Meta Al से बातचीत करने का एक नया तरीका मिलने वाला है, जिससे टाइप करने का झंझट खत्म हो जाएगा। वॉट्सऐप के नए फीचर ट्रैक करने वाली वेबसाइट WABetaInfo ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि, कंपनी अब एंड्रॉयड पर मेटा एमआई से चैट करने के लिए 'वॉयस चैट मोड' पर काम कर रही है। कथित तौर पर इस फीचर को एंड्रॉयड बीटा '2.24.18.18' वर्जन में देखा गया है। चूंकि यह फीचर अभी डेवलपमेंट फेज में है, इसलिए अभी तक इसे बीटा टेस्टर के लिए भी रोलआउट नहीं किया गया है।

 
रिपोर्ट के अनुसार, मेटा एआई के लिए वॉयस चैट मोड को पहले iOS बीटा बिल्ड में काम करते हुए देखा गया था। साथ ही, कंपनी पहले मेटा एआई वॉयस चुनने और "कैप्शन और ट्रांसक्रिप्शन" टॉगल के साथ स्पीच को टेक्स्ट में बदलने का ऑप्शन भी डेवलप कर रही थी। WABetaInfo द्वारा शेयर किए गए स्क्रीनशॉट के अनुसार, यह फीचर मेटा एआई के साथ हैंड्स फ्री चैट इनेबल कर सकता है।
ऐसे काम करेगा फीचर
 
फीचर रोलआउट हो जाने के बाद, मेटा एआई आइकन पर "होल्ड टू चैट यूजिंग योर वॉयस" मैसेज पॉप अप हो सकता है। इससे लोग चैटबॉट के साथ ज्यादा सुविधाजनक और नैचुरल तरीके से बातचीत कर सकेंगे। साथ ही, जब बातचीत की बात आती है तो बोलना, टाइप करने से ज्यादा तेज हो सकता है। मेटा एआई एक सिलेक्टेड आवाज में जवाब दे सकता है, जिसे यूजर अपनी प्राथमिकताओं के आधार पर चुन सकते हैं।
 
वॉयस मोड को डिसेबल कर सकेंगे
 
साथ ही, कंपनी फ्लोटिंग एक्शन बटन को दबाकर चैट मोड के साथ एक वॉयस शॉर्टकट ला सकती है। वॉयस चैट मोड, रिस्पॉन्सिव फीडबैक के लिए मेटा एआई के साथ तेज और ज्यादा नैचुरल चैट करने की अनुमति दे सकता है। यूजर्स के पास मैन्युअली वॉयस चैट मोड को डिसेबल करने का ऑप्शन भी मिल सकता है। यह उन स्थितियों में भी मददगार होगा जब टाइप क संभव या सुविधाजनक ऑप्शन नहीं हो सकता है।
 
 
पब्लिक प्लेस में बातचीत की प्राइवेसी बनाए रखने के लिए यूजर किसी भी समय टेक्स्ट मोड पर स्विच कर सकते हैं और वॉयस मोड को रोक सकते हैं। जब मेटा AI सुन रहा होता है, तो एंड्रयड पर स्टेटस बार में सामान्य विजुअल इंडिकेटर दिखाई दे सकता है। इससे यूजर्स को मेटा AI के साथ बातचीत पर अधिक कंट्रोल मिलेगा। एंड्रयड यूजर्स को अपने वॉट्सऐप बीटा ऐप को गूगल प्ले स्टोर से अपडेट रखना चाहिए ताकि यह फीचर रोलआउट होने के बाद इसे आजमाया जा सके।